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सल्तनतकालीन आर्थिक गतिविधियां | Sultanate Economic Activities

सल्तनतकालीन आर्थिक गतिविधियां | Sultanate Economic Activities: भारतीय इतिहास की इस पोस्ट में सल्तनतकालीन आर्थिक गतिविधियों से संबंधित नोट्स एवं महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई गई है जो सभी परीक्षाओं के लिए बेहद ही उपयोगी व महत्वपूर्ण है सल्तनतकालीन आर्थिक गतिविधियां

✔️ सल्तनत काल में क्षेत्रिय राजस्व समानुदेषन को कहा जाता था – इक्ता
✔️ प्रथम सुल्तान जिसने दोआब की आर्थिक क्षमता को समझा – इल्तुतमिष
✔️ मुहम्मद तुगलक के खिलाफ दोआब में विद्रोह का प्रमुख कारण था – ग्रामीण इलाकांे में कर वृद्धि
✔️ फिरोज तुगलक द्वारा दिल्ली की गद्दी पर राज्यारोहण के उपरान्त समाप्त किए गए कृषि उपकर क्या कहलाते थे – अबवाव
✔️ जैन संत जम्बूजी को भू-अनुदान प्रदान करने वाला सुल्तान – मुहम्मद तुगलक
✔️ नहर का निमार्ण सबसे पहले ग्यासुद्दीन तुगलक द्वारा करवाया गया। जबकि नहरों के व्यापक निर्माण के लिए प्रसिद्ध था – फिरोज तुगलक
✔️ फिरोज तुगलक द्वारा सिंचाई व्यवस्था से सर्वाधिक लाभ किस क्षेत्र को प्राप्त हुआ – पंजाब
✔️ अलाउद्दीन खिलजी ने भू-राजस्व व्यवस्था स्थापित की – भूमि की माप के आधार पर उपज का आधा भाग

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✔️ किस सुल्तान ने सबसे छोटे किसान से लेकर ग्रामीण बिचैलिए वर्ग तक सब पर भूमि कर की एक समान दर लागू की – अलाउद्दीन खिलजी
✔️ बटांई, गल्लाबख्शी अथवा भाओली के नाम से पहचानी जाने वाली भू-राजस्व आंकलन विधि वस्तुतः ऐसी पद्धति थी जो फसल बंटवारे को नियत करती थी – कुल पैदावार के आधार पर
✔️ किस सुल्तान ने सस्यावर्तन (फसलों को बदल-बदलकर बोना) की पद्धति का अनुमोदन किया – मुहम्मद तुगलक
✔️ दिल्ली सल्तनत में भू-राजस्व के लिए सर्वोच्च ग्रामीण सत्ता थी – चैधरी
✔️ भूमि की माप के आधार पर भू-राजस्व का निर्धारण और प्रति बिस्वा उपज का आकलन सबसे पहले किया गया – अलाउद्दीन खिलजी
✔️ किस सुल्तान ने सल्तनत काल में मूल्य नियन्त्रण, सर्वप्रथम दक्षिण भारतीय अभियान व उलेमाओं पर नियन्त्रण किया – अलाउद्दीन खिलजी
✔️ सल्तनत काल में राज्य का प्रमुख स्त्रोत था – भू-राजस्व
✔️ भू-राजस्व में रूचि लेने वाला सुल्तान – अलाउद्दीन खिलजी
✔️ अलाउद्दीन खिलजी द्वारा राजस्व एकत्र करने वाले अधिकारियों के नाम बकाया राषि की जाॅंच करने और वसूल करने के लिए किस विभाग की स्थापना की गई – दीवान-ए-मुस्तखराज

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✔️ फिरोज तुगलक ने उपज का 1/10 भाग भू-राजस्व के रूप में वसूल किया – उषरी भूमि से
✔️ किस सुल्तान ने अपने समय की उत्तर भारत की सबसे लम्बी नहर का निर्माण कराया, जो आज भी उपयोगी है – फिरोज तुगलक ने
✔️ किस कारण अलाऊद्दीन खिलजी के समय किसानों के कष्ट बढ़ गए – अनेक प्रकार के करों का बोझ
✔️ किस सुल्तान ने अकाल ग्रस्त लोगों की सहायता के लिए ‘अकाल संहिता’ का निर्माण करवाया – मुहम्मद तुगलक ने
✔️ वह कौनसा सुल्तान था जिसने भूमि की नाम की आज्ञा निरस्त करके उसके स्थान पर गल्ला बॅंटाई को अपनाया – गियासुद्दीन तुगलक ने
✔️ रतन नाम के हिन्दू को किसके शासन काल में राजस्व अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया – मुहम्मद तुगलक के काल में
✔️ किस सुल्तान ने सर्वप्रथम सिंचाई कर लेना प्रारम्भ किया – फिरोज तुगलक
✔️ किस सुल्तान ने यह नियम बनाया कि किसी एक वर्ष में भू-राजस्व 1/10 या 1/11 से अधिक नहीं बढ़ाया जायेगा – ग्यासुद्दीन तुगलक
✔️ दिल्ली सल्तनत के समय पानी खींचने के अन्य साधनों में साकिया (रहट) की भिन्नता का प्रमुख लक्षण किसका प्रयोग था – गियर यंत्र का
✔️ दिल्ली सुल्तानों के अन्तर्गत इक्ता एक क्षेत्रिय आवंटन था और इसको धारण करने वाला मुक्ता कहलाता था जो – देय भूमि के अतिरिक्त किसान पर और कोई दावा नहीं कर सकता था। सुल्तान मुक्ता का स्थानान्तरण कर सकता था।

✔️ सेना, इक्ता और मुद्रा सम्बन्धी सुधारों के लिए कौनसा सुल्तान प्रसिद्ध था – इल्तुतमिष
✔️ शुद्ध अरबी चलाने के लिए प्रसिद्ध इल्तुतमिष ने कौन से सिक्के चलाये – चांदी का टंका और तांबे की जीतल
✔️ सल्तनत में चांदी का एक टंका होता था – 48 जीतल के बराबर
✔️ लक्ष्मी प्रकार के सिक्कों का प्रयोग किया – मुहम्मद बिन साम
✔️ वह मुसलमान विजेता, जिसने संस्कृत लेखयुक्त हिन्दू देवी वाले सिक्कों को चलाया – मुहम्मद गोरी
✔️ अलाउद्दीन खिलजी की बाजार व्यवस्था के बाजार में विवरण देने वाले इतिहासकार – बरनी, इब्नबतूता और अमीर खुसरो
✔️ अलाउद्दीन खिलजी की बाजार नियन्त्रण की नीति की जानकारी का महत्वपूर्ण स्त्रोत है – बरनी की रचना तारीख-ए-फिरोजषाही
✔️ अलाऊद्दीन खिलजी के बाजार नियन्त्रण का उद्देष्य था – कम खर्च पर विषाल सेना रखना
✔️ अलाउद्दीन खिलजी द्वारा बाजार नियंत्रण उपायों के अन्तर्गत अनाज मंडी का नियन्त्रक नियुक्त किया गया था – मलिक कबूल
✔️ अलाउद्दीन खिलजी के गल्ला बाजार का प्रथम अधिनियम सम्बन्धित था – सभी प्रकार के गल्लों का भाव निष्चित करने से
✔️ अलाउद्दीन खिलजी द्वारा प्रारम्भ की गई बाजार व्यवस्था उसकी मृत्यु के साथ ही समाप्त हो गई, क्योंकि – बाजार व्यवस्था क्रूर शक्ति के आधार पर स्थापित की गई थी। (सल्तनतकालीन आर्थिक गतिविधियां)

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✔️ अलाउद्दीन खिलजी की बाजार व्यवस्था से सम्बन्धित अधिकारी थे – दीवान-ए-रियासत, शहना, बरीद
✔️ किस सुल्तान ने सर्वप्रथम एक ओर अब्बासी खलीफा-अल-मुस्तन्सिर के नाम युक्त सिक्के चलाये – इल्तुतमिष ने
✔️ सल्तनत काल में शहना नामक अधिकारी का कार्य क्या होता था – पुलिस विभाग का पर्यवेक्षण
✔️ वस्त्र उद्योग के क्षेत्र में भारत में कौनसा महत्वपूर्ण उपकरण तुर्कों द्वारा लाया गया – चरखा (भारत में चरखे का पहला प्रमाण इसामी की फुतूह-उस-सलातीन में मिलता है।)
✔️ सल्तनत काल में नद्दाफ का अर्थ था – धुनिया (रूई धुनने वाला)
✔️ 175 ग्रेन का चांदी का सिक्का चलाने वाला दिल्ली का प्रथम सुल्तान – इल्तुतमिष
✔️ भारत में गियर यंत्रावली का आविष्कार हुआ – चैदहवीं शताब्दी में
✔️ अलाउद्दीन खिलजी के काल में मूल्य वृद्धि का क्या कारण था, जिन्हें बाजार व्यवस्था द्वारा नियन्त्रित करना पड़ा – मंगोल आक्रमण
✔️ किस सुल्तान ने घोड़ों को दागने और सैनिकों का नगद वेतन देने की प्रथा का प्रारम्भ किया – अलाउद्दीन खिलजी
✔️ फिरोज तुगलक के शासनकाल में चलाया गया शषगानी नामक चांदी का सिक्का था – 6 जीतल के बराबर
✔️ किस सुल्तान ने कृषि के विकास के लिए निर्धन किसानों की तकाबी बांटी, जिसे सोंधर कहा जाता था – मुहम्मद तुगलक
✔️ किस सुल्तान की मुद्रा अकबर के समय तक विनिमय का माध्यम रही – बहलोल लोदी की
✔️ किस शासक ने मिल्क तथा इनाम भूमि के अनुदानों को रद्द कर दिया – अलाउद्दीन खिलजी
✔️ टंकों पर टकसाल का नाम अंकित करने की परम्परा का प्रारम्भ किया – इल्तुतमिष ने
✔️ इक्ता के स्थान पर नगद वेतन देना किसने प्रारम्भ किया – अलाउद्दीन खिलजी

✔️ किस राजवंष के सुल्तानों ने सामान्यतः खलीफा के नायब के रूप के अपना नाम सिक्कों पर अंकित करवाया – तुगलक
✔️ किस सुल्तान ने अपना नाम सिक्कों से हटाने का आदेष दिया – मुहम्मद तुगलक ने, उसने अपने नाम के स्थान पर खलीफा का नाम अंकित करने का आदेष दिया।
✔️ कौनसा सुल्तान लूट में प्राप्त धन का 80 प्रतिषत राज्य कर के रूप में लेता था – अलाउद्दीन खिलजी
✔️ उश्र – भूमि कर जो मुसलमानों से 1/10 भाग लिया जाता था।
✔️ खराज – गैर-मुसलमानों से लिया जाने वाला भूमिकर, जो अलाऊद्दीन खिलजी के समय सर्वाधिक 1/2 भाग था।
✔️ खम्स – यह लूट का धन था जिसमें से 1/5 भाग सुल्तान को और 4/5 भाग सैनिकों को दिया जाता था। मगर अलाउद्दीन खिलजी के समय यह हिस्सा बदल दिया गया।
✔️ जजिया – गैर-मुसलमानों से लिया जाने वाला धार्मिक कर
✔️ जकात – मुसलमानों से लिया जाने वाला धार्मिक कर

History Topic Wise Notes & Important Question
सल्तनतकालीन आर्थिक गतिविधियां

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