REET Level 1 Syllabus 2024 : रीट लेवल 1 का सम्पूर्ण नया सिलेबस जारी, यहाँ से डाउनलोड करें नया सिलेबस

REET Level 1 Syllabus 2024

राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा लेवल प्रथम REET Level 1 Syllabus 2024 की परीक्षा का आयोजन माध्यमिक शिक्षा बॉर्ड अजमेर द्वारा किया जाता है। इस परीक्षा का आयोजन कक्षा 1 से 5 तक शिक्षक पात्रता परीक्षा के रूप में किया जाता है।

इस पोस्ट में रीट लेवल प्रथम का सिलेबस उपलब्ध करवाया गया है यह सिलेबस माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी किया जाता है। यह सिलेबस राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा 2021 का उपलब्ध करवाया गया है क्योंकि रीट 2024 के लिए अभी तक बोर्ड द्वारा नया सिलेबस जारी नहीं किया गया है। नया सिलेबस जारी होते ही इस सिलेबस को अपडेट कर दिया जाएगा। तक इस इस सिलेबस के अनुसार अभ्यर्थी अपनी तैयारी कर सकते है।

प्रश्न पत्र 1, खण्ड – (1) खण्ड का शीर्षक – बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ

  • कुल प्रश्न : 30
  • कुल अंक : 30

बाल विकास – वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास को प्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में) एवं अधिगम से उनका संबंध।

वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका

व्यक्तिगत विभिन्नताएँ – अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक।

व्यक्तित्व – संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक। व्यक्तित्व का मापन।

बुद्धि: संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ।

विविध अधिगमकर्ताओं की समझ – पिछडे, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे।

अधिगम में आने वाली कठिनाइयां

समायोजन की संकल्पना एवं तरीके समायोजन में अध्यापक की भूमिका

अधिगम के सिद्धान्त एवं इनके निहितार्थ।

बच्चे सीखते कैसे है। अधिगम की प्रक्रियाएँ। चिन्तन, कल्पना एवं तर्क

अभिप्रेरणा व इसके अधिगम के लिए निहितार्थ।

शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाएँ, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ।

आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण। सीखने के प्रतिफल

क्रियात्मक अनुसन्धान

शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्य।

खण्ड (2) खण्ड का शीर्षक: भाषा 1 हिंदी

  • कुल प्रश्न 30
  • कुल अंक 30

एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न :- पर्यायवाची, विलोम, वाक्याशों के लिए एक शब्द शब्दार्थ, शब्द शुद्धि। उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और समास। संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय।

एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न :- रेखाकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना, यचन, काल, लिंग ज्ञात करना। दिए गए शब्दों का वचन काल और लिंग बदलना ।

वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध, मुहावरे और लोकोक्तियाँ, विराम चिह।

भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास ।

भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियों, शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठ्य पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन ।

भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण ।

बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम एवं शैक्षणिक सत्र 2019-20 की प्रचलित पाठ्य पुस्तकों के आधार पर होगा, लेकिन प्रश्नों का कठिनाई स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

PAPER-1, SECTION-(II), ENGLISH (LANGUAGE-1)

  • Total Questions: 30
  • Total Marks: 30

Unseen Prose Passage – Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution

Unseen Prose Passage – Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of comparison

Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice, Narration, Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols

Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English Language Teaching

Development of Language Skills, Teaching Learning Materials: (Text books, Multi- Media Materials and other Resources)

Comprehensive & Continuous Evaluation, Evaluation in English Language.

The criteria for multiple choice questions will be based on the syllabus prescribed by the State Government for classes 1 to 5 and the text books prevailing in the academic session 2019-20, but the difficulty level of the questions will be up to the secondary (class 10) text books.

प्रश्न पत्र-1, खण्ड-(2) खण्ड का शीर्षक: भाषा-प्रथमा (1) संस्कृतम्

  • प्रश्नाः 30
  • प्रश्नांका: 30

एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित व्याकरण सम्बन्धितः प्रश्नाः – शब्दरूप धातुरूप कारक – विभक्ति- उपसर्ग-प्रत्यय सन्धि समास सर्वनाम विशेषण- संख्याज्ञानम्- माहेश्वर सूत्राणि अव्ययेषु प्रश्नाः।

एकम् अपठितं गद्यांशम् राजस्थानस्य इतिहास-कला-संस्कृति आदिनाम आधारीकृत्य निम्नलिखित- बिन्दुसम्बन्धिनः प्रश्ना, रेखांकित क्रियापद चयन-वचन-लकार-लिग ज्ञान प्रश्ना, विलोम शब्द-लकार परिवर्तन प्रश्नाः (लट्-लक्ष्-तृट् विधिलिङ्लकारेष्)

संस्कृतानुवादः वाच्यपरिवर्तनम् (लट् लकारस्य) वाक्येषु प्रश्ननिर्माणम्, अशुद्धिसंशोधनम् संस्कृतसूक्तयः।

(1) संस्कृत भाषा शिक्षण-विधयः।

(2) संस्कृतभाषा-शिक्षण-सिद्धान्तः।

संस्कृतभाषाकौशलस्य विकास, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम्)

संस्कृताध्यापनस्य अधिगमसाधनानि, पाठ्यपुस्तकानि सप्रेषणस्य साधनानि।

संस्कृतभाषा शिक्षणस्य मूल्याकन सम्बन्धिनः प्रश्ना, मीखिक-लिखितप्रश्नाना प्रकार सततमूल्यांकनम उपचारात्मकशिक्षणम्।

प्रश्न पत्र 1, खण्ड (III) खण्ड का शीर्षक: भाषा 2-हिंदी

  • कुल प्रश्न 30
  • कुल अंक 30

एक अपठित गद्यांश आधारित निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न: – युग्म शब्द, वाक्याशों के लिए एक शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय, संधि, समास, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, लिंग, वचन, काल, शब्द शुद्धिः।

एक अपठित पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न :-

  • भाव सौंदर्य
  • विचार सौंदर्य
  • नाद सौंदर्य
  • शिल्प सौंदर्य
  • जीवन दृष्टि

वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के भेद, पदबंध, मुहावरे, लोकोक्तियाँ। कारक चिह्न अव्यय विराम चिह्न।

भाषा शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम्, भाषायी दक्षता का विकास।

भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) शिक्षण अधिगम सामग्री-पाठ्य पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन

भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन। उपचारात्मक शिक्षण ।

बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम एवं शैक्षणिक सत्र 2019-20 की प्रचलित पाठ्य पुस्तकों के आधार पर होगा, लेकिन प्रश्नों का कठिनाई स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

PAPER-1, SECTION-(III), ENGLISH (LANGUAGE-II)

  • Total Questions: 30
  • Total Marks: 30

Unseen Prose Passage – Linking Devices, Subject-Verb Concord, Inferences

Unseen Poem – Identification of Alliteration, Simile, Metaphor Personification, Assonance, Rhyme

Modal Auxiliaries, Common Idioms and Phrases Literary Terms, Elegy, Sonnet, Short Story, Drama

Basic knowledge of English Sounds and symbols.

Principles of Teaching English, Communicative Approach to English Language Teaching, Challenges of Teaching English: Difficulties in learning English (role of home language, multilingualism).

Methods of Evaluation, Remedial Teaching

The criteria for multiple choice questions will be based on the syllabus prescribed by the State Government for classes 6 to 8 and the text books prevailing in the academic session 2019-20, but the difficulty level of the the questions will be up to the secondary (class 10) text books.

प्रश्न पत्र-1, खण्ड (III) खण्ड का शीर्षक भाषा-द्वितीया (2) संस्कृतम्

  • प्रश्नः 30
  • प्रश्नांका: 30

एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित व्याकरण सम्बन्धितः प्रश्नाः – शब्दरूप-धातुरूप-कारक-विभक्ति-उपसर्ग-प्रत्यय सन्निध-समास-लकार- सर्वनाम विशेष्य-विशेषण- लिंग- संख्याज्ञानम्-समयज्ञानम् अव्ययेषु प्रश्नाः।

एकम् अपठितं पद्यांशं वा श्लोकम् राजस्थानस्य इतिहास-कला-संस्कृति आदिनाम् आधारीकृत्य निम्नलिखित बिन्दुसम्बन्धिनः व्याकरण प्रश्नाः – सन्धि-समास-कारक-प्रत्यय-छन्द-लकारसम्बन्धिनः प्रश्नाः। विशेष्य-विशेषण-लिंगसम्बन्धिनः प्रश्नाः।

संस्कृतानुवाद, स्वर-व्यंजन उच्चारणस्थानानि, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्लकार) अशुद्धिसंशोधनम् संस्कृत सूक्तयः ।

  1. संस्कृत भाषा शिक्षण-विधयः।
  2. संस्कृतभाषा-शिक्षण-सिद्धान्ताः।
  3. संस्कृत शिक्षणाभिरुचिप्रश्नाः।

संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम)

संस्कृतशिक्षणे-अधिगमसाधनानि, संस्कृतशिक्षणे संप्रेषणस्य साधनानि, संस्कृतपाठ्यपुस्तकानि ।

संस्कृतभाषाशिक्षणस्य मूल्यांकन सम्बन्धिनः प्रश्ना,

मौखिक-लिखितप्रश्नानां प्रकाराः सततमूल्यांकनम् उपचारात्मक शिक्षणम्।

स्तर- प्रथम (Level-1) कक्षा 1 से 5 खण्ड (iv) खण्ड का शीर्षक: गणित

  • कुल प्रश्न 30
  • कुल अंक 30

एक करोड़ तक की पूर्ण संख्याएँ, स्थानीय मान, तुलना, गणितीय मूल संक्रियाएँ – जोड़, बाकी, गुणा, भाग, भारतीय मुद्रा।

भिन्न की अवधारणा, उचित भिन्ने, समान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, मिश्र भिन्नें, असमान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, भिन्नों की जोड़ बाकी, अभाज्य एवं संयुक्त संख्याएं, अभाज्य गुणनखण्ड, लघुत्तम समापवर्त्य, महत्तम समापवर्तक।

ऐकिक नियम, औसत, लाभ-हानि, सरल ब्याज।

समतल व वक्रतल, समतल व ठोस ज्यामितिय आकृतियाँ समतल ज्यामितीय आकृतियों की विशेषतायें बिन्दु, रेखा, किरण, रेखा खण्ड, कोण एवं उनके प्रकार। लम्बाई, भार, धारिता, समय, क्षेत्रमापन एवं इनकी मानक इकाइयां एवं उनमें संबंध वर्गाकार तथा आयतकार वस्तुओं के पृष्ठ तल का क्षेत्रफल एवं परिमाप।

गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति, पाठ्यक्रम में गणित की महत्ता, गणित की भाषा, सामुदायिक गणित, आंकडो का प्रबंधन।

औपचारिक एवं अनौपचारिक विधियों द्वारा मूल्यांकन, शिक्षण की समस्याएं, त्रुटि विश्लेषण एवं शिक्षण एवं अधिगम से संबंधित, निदानात्मक एवं उपराचारात्मक शिक्षण।

बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम एवं शैक्षणिक सत्र 2019-20 की प्रचलित पाठ्य पुस्तकों के आधार पर होगा, लेकिन प्रश्नों का कठिनाई स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

कक्षा 1 से 5 तक प्रश्न पत्र 1, खण्ड-(v) खण्ड का शीर्षक: पर्यावरण अध्ययन

  • कुल प्रश्न 30
  • कुल अंक 30

परिवार – आपसी संबंध, एकल एवं संयुक्त परिवार, सामाजिक बुराईयां (बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालश्रम, घोरी), दुर्व्यसन (नशाखोरी, धूम्रपान) और इनके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम।

वस्त्र एवं आवास – विभिन्न ऋतुओं में पहने जाने वाले वसत्र, घर पर वस्त्रों का रख-रखाव, हस्त करघा तथा पावरलूम्, जीव जन्तुओं के आवास, विभिन्न प्रकार के मानय आयांस, आवास और निकटवर्ती स्थानों की स्वच्छता, आवास निर्माण हेतु विभिन्न प्रकार की सामग्री।

व्यवसाय – अपने परिवेश के व्यवसाय (कपड़े सिलना, बागवानी, कृषि कार्य, पशुपालन, सब्जीवाला आदि), लघु एवं कुटीर उद्योग, राजस्थान राज्य के प्रमुख उद्योग एवं हस्तकलाएं, उपभोक्ता संरक्षण की आवश्यकता, सहकारी समितियां।

सार्वजनिक स्थल एवं संस्थाएं – सार्वजनिक स्थल जैसे विद्यालय, चिकित्सालय, ठाकघर, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक संपत्ति (रोड़ लाइट, सडक, बस, रेल, सरकारी इमारतें आदि), विद्युत और जल का अपव्यय, रोजगार नीतियां, संसद, विधानसभा, राजस्थान के जिले एवं राजस्थान में पंचायती राज।

हमारी सभ्यता, संस्कृति – राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय पर्व, राजस्थान के मेले एव त्योहार, राजस्थान की वेशभूषा एवं आभूषण, राजस्थान का खान-पान, राजस्थान की वास्तुकला, राजस्थान के पर्यटन स्थल, राजस्थान की प्रमुख विभूतियां एवं गौरव राजस्थान की विरासत (प्रमुख दुर्ग, महल, स्मारक) राजस्थान की नित्रकला, राजस्थान की लोकोक्तियां, राजस्थान के लोकदेवता।

परिवहन और संचार – यातायात और संचार के साधन, सडक पर चलने और यातायात के नियम, यातायात के संकेत, संचार साधनों का जीवन शैली पर प्रभाव।

अपने शरीर की देख-भाल – गरीर के बाहय अंग और उनकी साफ-सफाई, शरीर के आंतरिक भागों की सामान्य जानकारी, संतुलित भोजन की जानकारी और इसका महत्य, सामान्य रोग (आत्रशोथ, अमीयोबायोसिस, मेटहीमोग्लोबिन, एनिमिया, पलुओरोसिस, मलेरिया, डेंगू उनके कारण और बचाव के उपाय पल्स पोलियो अभियान।

सजीव जगत – पादपों और जंतुओं के संगठन के स्तर, सजीवों में विविधता, राज्य पुष्प, राज्य पृक्ष, राज्य पक्षी, राज्य पशु संरक्षित वन क्षेत्रों एवं वन्य जीव (राष्ट्रीय उद्यान, वन्य जीव अभयारण्य बाघ संरक्षित क्षेत्र विश्व धरोहर) की जानकारी, पादपों तथा जतुओ की जातियों का संरक्षण, कृषि पद्धतिया।

जल – जल, वन, नमभूमि और मरूस्थल की मूलभूत जानकारी, विभिन्न प्रकार के प्रदूषण एवं इनका नियंत्रण, जल के गुण, जल के स्त्रोत, जल प्रबंधन, राजस्थान में कलात्मक जल स्त्रोत, पेयजल व सिंचाई स्त्रोत।

हमारी पृथ्वी व अंतरिक्ष- सौर परिवार, भारत के अंतरिक्ष यात्री।

पर्वतारोहण- पर्वतारोहण में कठिनाईयां एंव काम आने वाले औजार, भारत की प्रमुख महिला पर्वतारोही।

पर्यावरण अध्ययन के क्षेत्र एव संकल्पना – पर्यावरण अध्ययन का महत्व समाकलित पर्यावरण अध्ययन, पर्यावरण शिक्षा के अधिगम सिद्धाना, पर्यावरण अध्ययन का विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषयों के साथ अन्तर्सम्बन्ध एवं क्षेत्र,

पर्यावणीय शिक्षाशास्त्र – संकल्पना प्रस्तुतीकरण के उपागम क्रियाकलाप / प्रायोगिक कार्य, चर्चा, समग्र एवं सतत मूल्यांकन, शिक्षण सामग्री / सहायक सामग्री, शिक्षण की समस्याएँ, सूचना एवं संचार प्रोद्यौगिकी

बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्‌यक्रम एवं शैक्षणिक सत्र 2019-20 की प्रचलित पाठ्य पुस्तको के आधार पर होगा, लेकिन प्रश्नों का कठिनाई स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

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